Use code DED5, additional 5% off on orders > Rs.999

Free shipping above Rs.500 *T&C 🚚

REPL Dr. Advice No. 264 drops (COXALGIA) 15% Off

Rs. 150.00 Rs. 180.00
Tax included, shipping and discounts calculated at checkout.

Description

Indication- REPL Dr. Advice No. 264 coxalgia is prescribed in the symptoms associated with coxalgia, pain in the coccyx & sacrum hip arthritis, swelling in the hip area, limited joint mobility, and tailbone pain. Helpful in symptoms associated with pain in the coccyx & sacrum hip.

Composition- Aesculus Hippocastanum 30, Bryonia Alba 6, Calcarea Phosphorica 6, Colocynthis Q, Gelsemium Sempervirens Q, Pulsatilla Q.

Mode of Action of Individual Ingredients

Each 5 ml. Contains    

  • Ferr Met 6  1.00 ml
  • Sanguin Can 6    0.50 ml
  • Spigelia 6   1.00 ml
  • Rhus Tox 6 1.00 ml
  • Latrodactus Q     0.25 ml
  • Graphites 6 1.25 ml

Dosage- Add 5 to 10 drops of medicine 4 times daily, after disease recovery. Or instructed by a homeopathy doctor also.

नितम्ब (Lions) प्रदेश में खासकर रीढ़ की अंतिम हड्डी-गुदारिथ (Coccyx ) तथा त्रिकास्थि (Sacrum) में दर्द जो ऊपर नीचे जाये। रोगी चल न सके। दर्द एक जगह से दूसरी जगह चलता रहे। कमर में भी दर्द बना रहे। ऐसा दर्द रीढ़ की हड्डी की अंतिम में बोट लगने से भी हो सकता है। नाभि से दर्द उठकर पीठ के नीचे के हिस्से तक हो, शियाटिका का दर्द, शरीर के बांये हिस्से में सुन्न कर देने वाला दर्द, गुदास्थि बढ़ी हुई महसूस हो जरा सा भूने से दर्द बढ़ जाता हो, हर समय दर्द बना रहता हो, बैठने में रोगी को गरे का प्रयोग करना पड़े। ऊपर सीधे गुदास्थि पर ही किसी तरह गिरने से, मारने से, चोट लगने से दर्द बना रहता हो त्रिकारिथ (Sacrum) चोट लगी हो, स्नायुओं (Nerves) पर इस औषधि का विशेष प्रभाव होने से यह शघ्र लाभ देकर रोगी को स्वस्थ कर देती है।

homeopathy REPL Dr Adv No 264 coxalgia drops
Homeomart

REPL Dr. Advice No. 264 drops (COXALGIA) 15% Off

From Rs. 150.00 Rs. 180.00

Indication- REPL Dr. Advice No. 264 coxalgia is prescribed in the symptoms associated with coxalgia, pain in the coccyx & sacrum hip arthritis, swelling in the hip area, limited joint mobility, and tailbone pain. Helpful in symptoms associated with pain in the coccyx & sacrum hip.

Composition- Aesculus Hippocastanum 30, Bryonia Alba 6, Calcarea Phosphorica 6, Colocynthis Q, Gelsemium Sempervirens Q, Pulsatilla Q.

Mode of Action of Individual Ingredients

Each 5 ml. Contains    

Dosage- Add 5 to 10 drops of medicine 4 times daily, after disease recovery. Or instructed by a homeopathy doctor also.

नितम्ब (Lions) प्रदेश में खासकर रीढ़ की अंतिम हड्डी-गुदारिथ (Coccyx ) तथा त्रिकास्थि (Sacrum) में दर्द जो ऊपर नीचे जाये। रोगी चल न सके। दर्द एक जगह से दूसरी जगह चलता रहे। कमर में भी दर्द बना रहे। ऐसा दर्द रीढ़ की हड्डी की अंतिम में बोट लगने से भी हो सकता है। नाभि से दर्द उठकर पीठ के नीचे के हिस्से तक हो, शियाटिका का दर्द, शरीर के बांये हिस्से में सुन्न कर देने वाला दर्द, गुदास्थि बढ़ी हुई महसूस हो जरा सा भूने से दर्द बढ़ जाता हो, हर समय दर्द बना रहता हो, बैठने में रोगी को गरे का प्रयोग करना पड़े। ऊपर सीधे गुदास्थि पर ही किसी तरह गिरने से, मारने से, चोट लगने से दर्द बना रहता हो त्रिकारिथ (Sacrum) चोट लगी हो, स्नायुओं (Nerves) पर इस औषधि का विशेष प्रभाव होने से यह शघ्र लाभ देकर रोगी को स्वस्थ कर देती है।

Offer

  • Buy 1 Get 10% Off
  • Buy 2 Get 15% Off
View product