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श्वाबे डाइजेस्टर डाइजेस्टिव टॉनिक (एसएफ) - एसिडिटी, अपच और पेट फूलने से राहत

Rs. 99.00 Rs. 110.00
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विवरण

अपच, पेट फूलना और पेट दर्द से तुरंत और प्राकृतिक राहत

पाचन संबंधी परेशानियों को प्राकृतिक रूप से अलविदा कहें। श्वाबे डाइजेस्टर डाइजेस्टिव टॉनिक एक चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित, चीनी रहित हर्बल फार्मूला है जो पेट फूलना, अपच और पेट दर्द से राहत देता है, साथ ही लिवर के कार्य को बेहतर बनाता है और भूख बढ़ाता है। यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो रोजमर्रा की पाचन समस्याओं के लिए एक सौम्य लेकिन प्रभावी समाधान चाहते हैं।

✅ मुख्य लाभ

🚫 चीनी रहित फार्मूला – मधुमेह रोगियों और कैलोरी के प्रति सजग उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित

🌬️ पेट फूलना, गैस और अपच से राहत दिलाता है

🧘 पेट दर्द (पेट फूलना और पित्त संबंधी) और पेट की तकलीफ को शांत करता है

🧠 भूख और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है

🛡️ पेट की परत को सूजन और अल्सर से बचाता है

💧 लिवर के कार्य को सहारा देता है और हल्के मूत्रवर्धक के रूप में कार्य करता है

🧪 चिकित्सकीय रूप से सिद्ध ऐंठनरोधी और वातहर क्रिया

🌿 आईबीएस, गैस्ट्राइटिस, एसिड रिफ्लक्स और कब्ज के लिए कारगर

डाइजेस्टर के प्रमुख लाभ:

  • स्वस्थ पाचन में सहायक : एसिडिटी, अपच, पेट फूलना और गैस जैसी समस्याओं में प्रभावी।
  • पेट की तकलीफ से राहत दिलाता है : पेट दर्द को कम करने में मदद करता है, खासकर गैस और पित्त संबंधी पेट दर्द को, और चिड़चिड़ी आंतों को शांत करता है।
  • लीवर और पित्ताशय के स्वास्थ्य की रक्षा करता है : पित्त के जमाव और पित्त पथरी के निर्माण को रोकता है, जिससे यह फैटी लीवर और संबंधित पाचन समस्याओं के प्रबंधन के लिए फायदेमंद होता है।
  • भूख बढ़ाता है : यह लिवर के कार्यों को उत्तेजित करता है, चयापचय, विषहरण और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता है, खासकर पेट दर्द, कब्ज और कृमि संक्रमण से पीड़ित बच्चों के लिए मददगार है।

डाइज़ेस्टर में मौजूद सामग्री और उनकी कार्यप्रणाली:

  1. काला जीरा (कैरम कार्वि) : यह ऐंठनरोधी और वातहर है, जो पेट दर्द, सूजन और गैस से राहत देता है और भूख बढ़ाता है। यह पाचक एंजाइमों के स्राव को बढ़ावा देकर चयापचय क्रियाओं को भी बढ़ाता है।
  2. सनाय (कैसिया एंगुस्टिफोलिया) : परंपरागत रूप से कब्ज और पेट फूलने के लिए रेचक के रूप में उपयोग किया जाता है, यह कोमलता के साथ यकृत और प्लीहा के बढ़ने में भी सहायता करता है।
  3. अमलतास (कैसिया फिस्टुला) : यह आंतों के अल्सर, लीवर की समस्याओं और पित्त संबंधी शिकायतों से जुड़े कब्ज का इलाज करता है, साथ ही पेट में सूजन और भारीपन से राहत दिलाता है।
  4. जीरा (Cuminum cyminum) : पित्त स्राव को बढ़ाता है, पाचन एंजाइमों की गतिविधि को बढ़ाता है, और चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (IBS) के प्रबंधन में प्रभावी है।
  5. हींग (फेरुला असाफोएटिडा) : पेट में गैस और ऐंठन को दूर करने के लिए जानी जाती है, यह उल्टी और डकार आने में कठिनाई से राहत दिलाने में सहायक होती है। इसके वातहर और ऐंठनरोधी प्रभाव पाचन संबंधी विकारों को शांत करते हैं।
  6. सौंफ (फोएनिकुलम वल्गारे) : पाचन सहायक के रूप में व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली यह सौंफ पेट फूलना, अपच और पेट दर्द से राहत दिलाती है। यह मूत्रवर्धक और सूजनरोधी के रूप में भी कार्य करती है, जिससे पेट संबंधी घावों से बचाव होता है।
  7. पुदीना (मेंथा पाइपरिटा) : पेट फूलने से होने वाले दर्द, पाचन संबंधी गड़बड़ी और गैस जमा होने के साथ पित्त संबंधी दर्द से राहत दिलाता है।
  8. मोरिंगा (मोरिंगा ओलिफेरा) : इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और इसमें सूजनरोधी और रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो एसिडिटी को कम करने और लीवर की रक्षा करने में मदद करते हैं।
  9. जायफल (मायरिस्टिका फ्रैग्रेंस) : तंत्रिका संबंधी आंतों की जलन, दस्त और भूख न लगने की स्थिति में उपयोगी।
  10. हरड़ (टर्मिनलिया चेबुला) : एक शक्तिशाली रेचक जो आंतों की रक्षा करता है, सीने की जलन को कम करता है और मल त्याग में सहायता करता है।
  11. अजवाइन (ट्रैकिस्पर्मम एम्मी) : हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने और अपच, पेट फूलना और पेप्टिक अल्सर में सुधार करने की अपनी क्षमता के लिए जानी जाती है।
  12. सोंठ (ज़िंगिबर ऑफ़िसिनेल) : यह कमजोर पाचन में सहायक है और पेट में भारीपन और एसिडिटी से राहत दिलाता है, खासकर गैस्ट्राइटिस और गैस्ट्रिक अल्सर के मामलों में।

मात्रा:

  • वयस्क : शुरुआत में हर 1-3 घंटे में ½ चम्मच लें, उसके बाद दिन में 2-3 बार 1-2 चम्मच लें।
  • बच्चों के लिए : वयस्कों की आधी खुराक दें या चिकित्सक के निर्देशानुसार दें।

यह शुगर-फ्री टॉनिक न केवल सामान्य पाचन समस्याओं का इलाज है, बल्कि लीवर और पित्ताशय के स्वास्थ्य के लिए एक समग्र सहायता भी प्रदान करता है, जिससे पूरे परिवार के लिए दीर्घकालिक पाचन स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है।

पाचन सिरप से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. पाचन सिरप का उपयोग किसलिए किया जाता है?

पाचन सिरप अपच, पेट फूलना, गैस, सीने में जलन और हल्की कब्ज से राहत दिलाने के लिए तैयार किए जाते हैं। ये पाचन क्रिया में सहायता करते हैं और मल त्याग को सामान्य बनाने में मदद करते हैं।

2. पाचन सिरप कैसे लें और इसकी सामान्य खुराक क्या है?

उत्पाद के लेबल या चिकित्सक के निर्देशों का पालन करें। वयस्कों के लिए सामान्य खुराक भोजन के बाद 5-15 मिलीलीटर, दिन में 1-3 बार है। बच्चों के लिए, उम्र या बाल रोग विशेषज्ञ के मार्गदर्शन के अनुसार कम खुराक का प्रयोग करें।

3. क्या पाचन सिरप को अन्य दवाओं या एंटासिड के साथ लिया जा सकता है?

कई पाचन सिरप आम दवाओं के साथ इस्तेमाल किए जा सकते हैं, लेकिन कुछ तत्व आपस में प्रतिक्रिया कर सकते हैं। इन्हें अन्य मौखिक दवाओं से 1-2 घंटे के अंतराल पर लेना सबसे अच्छा है और यदि आप डॉक्टर के पर्चे पर दवा ले रहे हैं तो किसी स्वास्थ्य पेशेवर से सलाह लें।

4. क्या मुझे किसी दुष्प्रभाव पर ध्यान देना चाहिए?

दुष्प्रभाव असामान्य हैं, लेकिन इनमें हल्के पेट खराब होना, मतली या एलर्जी जैसी प्रतिक्रियाएं शामिल हो सकती हैं। यदि आपको त्वचा पर दाने, सूजन, सांस लेने में कठिनाई या लक्षणों में worsening दिखाई दे, तो इसका उपयोग बंद कर दें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

5. मुझे सुधार कब तक दिखाई देगा और मुझे डॉक्टर से कब परामर्श लेना चाहिए?

कुछ लोगों को एक या दो दिन के भीतर आराम मिल जाता है; 7-14 दिनों से अधिक समय तक लगातार लक्षण बने रहना, गंभीर दर्द, रक्तस्राव, बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन कम होना या तेज बुखार होने पर तुरंत चिकित्सा जांच करानी चाहिए।

संबंधित जानकारी

श्वाबे डाइजेस्टर उत्पाद समीक्षा : डॉ रुक्मणी चौधरी का मानना ​​है कि यह होम्योपैथी पाचन टॉनिक अपच, गैस और एसिडिटी के लिए अच्छा है। अधिक जानने के लिए उनका यूट्यूब शीर्षक " पाचन के लिए सर्वश्रेष्ठ टॉनिक? डाइजेस्टर टॉनिक ? डायजेस्टिव टॉनिक-? हेल्थ टॉनिक बाय -डॉक्टर रुक्मणी चौधरी" देखें

श्वाबे डाइजेस्टर आकार: 100 मिली, 200 मिली, 500 मिली

श्वाबे डाइजेस्टर की कीमत: क्रमशः 105, 175, 350 रुपये। सर्वोत्तम मूल्य पर 12% की छूट पाएँ

दुष्प्रभाव: डाइजेस्टर हर्बल का कोई दुष्प्रभाव ज्ञात नहीं है।

विपरीत संकेत: डाइजेस्टर हर्बल के उपयोग के लिए कोई विपरीत संकेत ज्ञात नहीं हैं।

अंतःक्रियाएं: डाइजेस्टर हर्बल और अन्य उत्पादों के बीच कोई अंतःक्रिया ज्ञात नहीं है।

डाइजेस्टर के समान अन्य होम्योपैथी सिरप

Schwabe SF Dizester Digestive Tonic for acidity, dyspepsia, flatulence
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श्वाबे डाइजेस्टर डाइजेस्टिव टॉनिक (एसएफ) - एसिडिटी, अपच और पेट फूलने से राहत

से Rs. 99.00 Rs. 110.00

अपच, पेट फूलना और पेट दर्द से तुरंत और प्राकृतिक राहत

पाचन संबंधी परेशानियों को प्राकृतिक रूप से अलविदा कहें। श्वाबे डाइजेस्टर डाइजेस्टिव टॉनिक एक चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित, चीनी रहित हर्बल फार्मूला है जो पेट फूलना, अपच और पेट दर्द से राहत देता है, साथ ही लिवर के कार्य को बेहतर बनाता है और भूख बढ़ाता है। यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो रोजमर्रा की पाचन समस्याओं के लिए एक सौम्य लेकिन प्रभावी समाधान चाहते हैं।

✅ मुख्य लाभ

🚫 चीनी रहित फार्मूला – मधुमेह रोगियों और कैलोरी के प्रति सजग उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित

🌬️ पेट फूलना, गैस और अपच से राहत दिलाता है

🧘 पेट दर्द (पेट फूलना और पित्त संबंधी) और पेट की तकलीफ को शांत करता है

🧠 भूख और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है

🛡️ पेट की परत को सूजन और अल्सर से बचाता है

💧 लिवर के कार्य को सहारा देता है और हल्के मूत्रवर्धक के रूप में कार्य करता है

🧪 चिकित्सकीय रूप से सिद्ध ऐंठनरोधी और वातहर क्रिया

🌿 आईबीएस, गैस्ट्राइटिस, एसिड रिफ्लक्स और कब्ज के लिए कारगर

डाइजेस्टर के प्रमुख लाभ:

डाइज़ेस्टर में मौजूद सामग्री और उनकी कार्यप्रणाली:

  1. काला जीरा (कैरम कार्वि) : यह ऐंठनरोधी और वातहर है, जो पेट दर्द, सूजन और गैस से राहत देता है और भूख बढ़ाता है। यह पाचक एंजाइमों के स्राव को बढ़ावा देकर चयापचय क्रियाओं को भी बढ़ाता है।
  2. सनाय (कैसिया एंगुस्टिफोलिया) : परंपरागत रूप से कब्ज और पेट फूलने के लिए रेचक के रूप में उपयोग किया जाता है, यह कोमलता के साथ यकृत और प्लीहा के बढ़ने में भी सहायता करता है।
  3. अमलतास (कैसिया फिस्टुला) : यह आंतों के अल्सर, लीवर की समस्याओं और पित्त संबंधी शिकायतों से जुड़े कब्ज का इलाज करता है, साथ ही पेट में सूजन और भारीपन से राहत दिलाता है।
  4. जीरा (Cuminum cyminum) : पित्त स्राव को बढ़ाता है, पाचन एंजाइमों की गतिविधि को बढ़ाता है, और चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (IBS) के प्रबंधन में प्रभावी है।
  5. हींग (फेरुला असाफोएटिडा) : पेट में गैस और ऐंठन को दूर करने के लिए जानी जाती है, यह उल्टी और डकार आने में कठिनाई से राहत दिलाने में सहायक होती है। इसके वातहर और ऐंठनरोधी प्रभाव पाचन संबंधी विकारों को शांत करते हैं।
  6. सौंफ (फोएनिकुलम वल्गारे) : पाचन सहायक के रूप में व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली यह सौंफ पेट फूलना, अपच और पेट दर्द से राहत दिलाती है। यह मूत्रवर्धक और सूजनरोधी के रूप में भी कार्य करती है, जिससे पेट संबंधी घावों से बचाव होता है।
  7. पुदीना (मेंथा पाइपरिटा) : पेट फूलने से होने वाले दर्द, पाचन संबंधी गड़बड़ी और गैस जमा होने के साथ पित्त संबंधी दर्द से राहत दिलाता है।
  8. मोरिंगा (मोरिंगा ओलिफेरा) : इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और इसमें सूजनरोधी और रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो एसिडिटी को कम करने और लीवर की रक्षा करने में मदद करते हैं।
  9. जायफल (मायरिस्टिका फ्रैग्रेंस) : तंत्रिका संबंधी आंतों की जलन, दस्त और भूख न लगने की स्थिति में उपयोगी।
  10. हरड़ (टर्मिनलिया चेबुला) : एक शक्तिशाली रेचक जो आंतों की रक्षा करता है, सीने की जलन को कम करता है और मल त्याग में सहायता करता है।
  11. अजवाइन (ट्रैकिस्पर्मम एम्मी) : हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने और अपच, पेट फूलना और पेप्टिक अल्सर में सुधार करने की अपनी क्षमता के लिए जानी जाती है।
  12. सोंठ (ज़िंगिबर ऑफ़िसिनेल) : यह कमजोर पाचन में सहायक है और पेट में भारीपन और एसिडिटी से राहत दिलाता है, खासकर गैस्ट्राइटिस और गैस्ट्रिक अल्सर के मामलों में।

मात्रा:

यह शुगर-फ्री टॉनिक न केवल सामान्य पाचन समस्याओं का इलाज है, बल्कि लीवर और पित्ताशय के स्वास्थ्य के लिए एक समग्र सहायता भी प्रदान करता है, जिससे पूरे परिवार के लिए दीर्घकालिक पाचन स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है।

आकार विकल्प

  • 100 मिलीलीटर
  • 200
  • 500 मि.ली.
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