REPL डॉ. एडव. नंबर 136 ड्रॉप्स (लैक्रिमिन) 15% छूट
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विवरण
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संकेत - अश्रुवाहिनी की सूजन से संबंधित लक्षणों में सहायक । पलकों के किनारों की सूजन और घाव, संक्षारक आंसुओं का असामान्य रूप से प्रचुर प्रवाह, जो देखने में बाधा डालता है, खासकर जब हवा के संपर्क में हों।
रचना - एकोनिटम नेपेलस 6, आर्सेनिकम एल्बम 6, यूफ्रेसिया क्यू, सिलिसिया 6, नेट्रम म्यूरिएटिकम 6।
अलग-अलग अवयवों की क्रियाविधि -
- एकोनिटम नेपेलस 6: एक्सपोजर के बाद प्रचुर मात्रा में पानी देना।
- आर्सेनिकम एल्बम 6: एक्सोरिएटिंग लैक्रिमेशन।
- यूफ्रेशिया क्यू: तीव्र आँसू बहना।
- सिलिकिया 6: अश्रुवाहिनी की सूजन।
- नैट्रम म्यूरिएटिकम 6: पीप के साथ अश्रुवाहिनी का सिकुड़ना।
खुराक - 5 से 10 बूंदें 1/4 कप पानी के साथ दिन में 3 बार मौखिक रूप से या चिकित्सक द्वारा बताए अनुसार लें।
किसी भी रोग के कारण या बिना कारण लगातार फूलों की समस्या, यह ठंड से भी हो सकता है या फिर अश्रु आंखों में सूजन या नासूर के कारण भी हो सकता है। आंख में हवा लगकर बिना कारण भी लगातार तूफानी हमले होते हैं। यह श्राव लीज वाला या फिर पानी जैसा भी हो सकता है। वैसे तो इससे ज्यादा उम्र वाले लोगों पर भी इसका असर पड़ सकता है। आँख से सिर्फ पानी निकलना, आँख से पानी जाने की पुरानी शिकायत, आँख में नासूर के कारण पानी निकलना ये तीन मुख्य कारण हो सकते हैं। पर जो भी हो अश्रु वैष्णव का कोई न कोई कारण जरूर होता है।