कैरीया अल्बा होम्योपैथी डाइल्यूशन 6सी, 30सी, 200सी, 1एम
कैरीया अल्बा होम्योपैथी डाइल्यूशन 6सी, 30सी, 200सी, 1एम - शवेब / 30 एमएल 6सी इसका बैकऑर्डर दिया गया है और जैसे ही यह स्टॉक में वापस आएगा, इसे भेज दिया जाएगा।
पिकअप उपलब्धता लोड नहीं की जा सकी
विवरण
विवरण
कैरिया अल्बा होम्योपैथिक डाइल्यूशन के बारे में
कैरीया ओवाटा के नाम से भी जानी जाने वाली कैरीया अल्बा एक होम्योपैथिक दवा है जो विभिन्न स्थितियों के इलाज में बहुत प्रभावी है, जिसमें मसूड़ों से खून आना, स्कर्वी, अंगों में सूजन, एडिमा और तेज नाड़ी शामिल है।
प्रमुख संकेत:
- मसूड़ों से रक्तस्राव और स्कर्वी: मसूड़ों, नाक, कान और त्वचा से रक्तस्राव को रोकने में मदद करता है।
- सूजे हुए अंग और एडिमा: सूजन और द्रव प्रतिधारण को कम करता है।
- रैपिड पल्स: तीव्र हृदय गति को नियंत्रित करने के लिए उपयोगी।
कैरिया अल्बा सीएच क्या है?
कैरिया अल्बा सीएच एक होम्योपैथिक घोल है जो शैगबार्क हिकॉरी से बनाया जाता है। यह प्यूरपुरा और स्कर्वी में उपयोगी बताया गया है।
उपयोग और लाभ:
- पुरपुरा और स्कर्वी: शरीर के विभिन्न भागों से रक्तस्राव के लक्षणों के साथ इन स्थितियों के उपचार में प्रभावी।
- रक्तस्राव: सभी सतहों से रक्तस्राव का प्रबंधन करता है, विशेष रूप से गहरे रंग के रक्त का, जो त्वचा के जरा से भी छिलने पर बाहर निकल आता है।
कैरिया अल्बा सीएच का उपयोग कैसे करें:
- आंतरिक चिकित्सा: खुराक स्थिति, आयु, संवेदनशीलता और अन्य कारकों के आधार पर भिन्न होती है। सामान्य खुराक दिन में 2-3 बार ली जाने वाली 3-5 बूंदों से लेकर चिकित्सक द्वारा निर्धारित कम बार ली जाने वाली खुराक तक होती है।
- व्यावसायिक मार्गदर्शन: हमेशा योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक द्वारा दी गई खुराक और प्रशासन संबंधी निर्देशों का पालन करें।
दुष्प्रभाव:
- कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं: आमतौर पर निर्देशानुसार लेने पर इसे सुरक्षित माना जाता है। उचित खुराक और प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए हमेशा पेशेवर मार्गदर्शन में उपयोग करें।
सावधानियां:
- उपयोग से पहले: कोई विशेष सावधानी आवश्यक नहीं है।
- गर्भावस्था के दौरान: गर्भावस्था के दौरान उपयोग के लिए सुरक्षित।
- बच्चों के लिए: बच्चों में उपयोग के लिए सुरक्षित।
उपयोग की अवधि:
- लक्षण सुधरने तक: लक्षण सुधरने तक या चिकित्सक के निर्देशानुसार जारी रखें।
नैदानिक संकेत और स्वास्थ्य लाभ:
- जठरांत्रिय स्थितियां: अपच, सूजन और कब्ज जैसी पाचन संबंधी शिकायतों के लिए प्रभावी।
- त्वचा संबंधी समस्याएं: एक्जिमा, चकत्ते और खुजली जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं में मदद मिल सकती है।
मटेरिया मेडिका जानकारी:
- स्रोत: सफेद अखरोट के पेड़ की छाल, पत्तियों या नट्स से प्राप्त।
- पारंपरिक उपयोग: पारंपरिक हर्बल चिकित्सा में इसकी संभावित सूजनरोधी, फफूंदरोधी और रेचक गुणों के लिए जाना जाता है।
- होम्योपैथिक प्रोफ़ाइल: होम्योपैथी में इसके उपयोग पर विशिष्ट जानकारी सीमित है, लेकिन यह होम्योपैथिक तैयारी के सिद्धांतों का पालन करती है।
खुराक:
- स्थिति के अनुसार अलग-अलग: होम्योपैथिक दवाओं की खुराक स्थिति, आयु, संवेदनशीलता और अन्य कारकों के आधार पर अलग-अलग होती है। यह दिन में 2-3 बार 3-5 बूंदों की नियमित खुराक से लेकर कम बार की खुराक तक हो सकती है।
व्यक्तिगत सलाह और उचित उपयोग के लिए हमेशा होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श करें।